गांधी समाधि, बापू माॅल, पक्षी बिहार सहित विभिन्न चौराहों पर 01 लाख से अधिक जलाए गए दीए
गौरव जैन
रामपुर। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह के नेतृृत्व में जनपद के परम्परागत उद्योगों को पुर्नजीवित करने तथा उन्हें राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रशासनिक स्तर से अनेक कदम उठाए जा रहे है।
प्रशासनिक स्तर से दीपोत्सव को खास बनाने के लिए नगरीय क्षेत्र के साथ-साथ प्रत्येक ग्राम पंचायत के सार्वजनिक स्थल जैसे विद्यालय, पंचायत भवन एवं अन्य सामुदायिक भवनों, प्रमुख चौराहों पर दीप जलाए गए। जनपद में 05 लाख से अधिक दीए एक साथ जलाकर प्रकाश के इस पर्व में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करायी गई। रामपुर शहर में गांधी समाधि, बापू माॅल, पक्षी बिहार सहित विभिन्न चौराहों पर 01 लाख से अधिक दीए जलाए गए। इसके अलावा प्रत्येक नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में भी पूर्ण उल्लास के साथ दीपोत्सव का त्यौहार मनाया गया।
जिलाधिकारी ने सभी को प्रकाश के इस त्यौहार के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दीपोत्सव का मुख्य उद्देश्य उस अंधेरे से उजाले की तरफ जाना है जिस वैश्विक महामारी के कारण पूरी दुनिया अर्थव्यवस्था के मामले में संकट से जूझ रही है और रोजी रोटी के लिए आमजन के सामने समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। सभी हुनरमंद अपने परंपरागत वस्तुओं के साथ आगे बढ़कर एक दूसरे का हाथ थाम कर मुश्किल की इस घड़ी से बाहर निकलें। यह जलता हुआ दिया इस बात का उदाहरण होगा कि हम एक दूसरे के साथ मिलकर एक दूसरे की जिंदगी में रोशनी करेंगे और एक दूसरे को आगे बढ़ाएंगे। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर रामपुर के हुनरमंद लोगों को पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कारीगरों को उनकी क्षमता के अनुसार मेहनताना मिल सके इसके लिए उनकी कारीगरी को लोगों की नजरों में लाना बेहद जरूरी है और यह कोशिश तब तक जारी रहेगी जब तक लोगों को उनकी कारीगरी का बेहतर लाभ उन तक न पहुंचे। उन्होंने कहा कि रामपुर वासियों का जज्बा अत्यंत उत्साह वर्धक है उन्होंने कोरोना के सम्बन्ध में कहा कि बीमारी अभी समाप्त नहीं हुई है इसलिए सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि रामपुर के उत्पादों को नंबर वन पर लाने के लिए सभी का सहयोग बहुत जरूरी है।
उन्होंने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि लोगों ने दिवाली मेले में अत्यंत उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया। कुम्हारी कला सहित अन्य स्थानीय उद्योगों से जुड़े हुए लोगों को प्रोत्साहन मिला और उनके उत्पाद भारी मात्रा में खरीदे गए। इस दीवाली को वोकल फार लोकल के अनुसार स्थानीय उत्पादों के साथ मनाएं तथा मिट््टी के दीए जलाएं।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदम्बा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि स्थानीय उत्पादों के प्रोत्साहन के लिए बापू माॅल में आयोजित 10 दिवसीय दीवाली मेले का दीपोत्सव के साथ आधिकारिक रूप से समापन किया गया। परन्तु दुकानें 16 नवम्बर 2020 तक संचालित रहेगीं।
दीवाली को स्थानीय उत्पादों के साथ मनाये जाने तथा उन्हें अपने दैनिक जरूरतों में शामिल करने के लिए प्रशासनिक स्तर से शहर के बापू माॅल परिसर में भव्य दीवाली मेले के माध्यम से नई पीढ़ी के लोगों को अपनी परम्परागत उद्योगों के बारे में जानकारी हुई और उनके महत्व से भलीभांति परिचित कराया गया।
जनपद के परम्परागत चिन्हित उत्पाद जैसे जरी जरदोजी, वायलिन, चाकू, टोपी, पतंग आदि से जुड़े कारीगरों में भी काफी उत्साह देखने को मिला क्योंकि प्रशासनिक स्तर से उनके उद्योग को बढ़ाने के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों से उन कुशल कारीगरों की आजीविका के साधन को मजबूती मिल रही है तथा विभिन्न प्रकार की ऋण योजनाओं के अन्तर्गत उन्हें सब्सिडी आधारित ऋण की उपलब्धता कराते हुए उन्हें अपने रोजगार को पुनः बड़े स्तर पर लाने और उन उत्पादों की विशेषताओं से लोगों को रूबरू कराने के लिए भी विभिन्न तरीकों से प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
इसके बाद जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने दिवाली मेले में स्टॉल लगाने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र प्रदान करके सम्मानित किया।
इसके बाद जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और अपर जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने पक्षी बिहार पहुंचकर दीप जलाएं।
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