जन सेवा केंद्रों के कार्मिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर करेंगे डाटा का संग्रह
गौरव जैन
रामपुर। सुपोषण और स्वास्थ्य पर शासन स्तर से विशेष जोर दिया जा रहा है इसके लिए सुपोषण अभियान के साथ ही समय-समय पर विभिन्न प्रकार के जन जागरूकता अभियान, टीकाकरण सहित अन्य गतिविधियां भी की जाती है ताकि लोगों को सुपोषण के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। विभाग द्वारा अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत सभी लाभार्थियों का डिजिटल डाटा तैयार किया जाएगा ताकि विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के दौरान आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों के स्वास्थ्य परीक्षण, पोषाहार वितरण एवं टीकाकरण के दौरान नियमित मॉनिटरिंग करके लाभान्वित किया जा सके। शासन स्तर से इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश प्राप्त हो गए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा गर्भवती महिला, धात्री माताएं, 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चे, 03 से 06 वर्ष तक के बच्चे तथा विद्यालय न जाने वाली किशोरी बालिकाओं के संबंध में आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध डाटा को डिजिटल रूप प्रदान किया जाएगा। डिजिटलीकरण के लिए जनपद में संचालित जन सेवा केंद्रों के कार्मिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर डाटा का संग्रह करेंगे। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार प्रत्येक लाभार्थी की पहचान के लिए आधार कार्ड या राशन कार्ड का विवरण दर्ज होगा साथ ही लाभार्थी के माता-पिता अथवा उसके परिवार के किसी भी सदस्य का मोबाइल नंबर भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनसेवा केंद्रों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र वार विवरण को गूगल फॉर्म में करने की कार्यवाही 01 जुलाई से 05 जुलाई तक की जाएगी तत्पश्चात संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी लाभार्थियों के संपूर्ण विवरण का सत्यापन करके अग्रसारित करेंगे।
No comments