स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप चिकित्सकों की धर पकड़ को चलाया अभियान, छापे की सूचना लीक होने के चलते फरार हुए झोलाछाप चिकित्सक
वरुण जैन
स्वार। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापामार कार्रवाई की लेकिन टीम के आने की सूचना लीक होने के चलते अपंजीकृत चिकित्सक फरार हो गए। जिसके चलते छापामार टीम को कोई सफलता नहीं मिल सकी। स्वास्थ्य विभाग की छापामार कार्रवाई से झोलाछाप व अपंजीकृत चिकित्सकों में हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब हो कि नगर सहित नरपतनगर मसवासी, बिजारखाता, मानपुर आदि सहित पूरे क्षेत्र में झोलाछाप चिकित्सकों की भरमार हो गयी है। नगर सहित क्षेत्र के गाँव में गली मौहल्लों में झोलाछाप चिकित्सकों ने अपने क्लिनिक खोल रखे हैं। चर्चा है कि क्षेत्र में संचालित झोलाछाप चिकित्सकों को स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों का पूरा संरक्षण प्राप्त है। जिसके चलते विभाग की छापामार कार्रवाई की सूचना उन्हें पहले ही मिल जाती है। जिससे झोलाछाप चिकित्सक छापेमारी से पहले ही अपने क्लिनिक बंद कर फरार हो जाते हैं। अगर कोई चिकित्सक अधिकारियों की पकड़ में आ भी जाता है तो संलिप्त अधिकारियों की सांठगांठ से झोलाछाप चिकित्सकों के सील हुए अस्पताल को कुछ दिन बाद दोबारा खोल दिया जाता है। जिससे झोलाछाप चिकित्सकों के हौसले बुलंदी पर है। जिसके चलते क्षेत्र में फर्जी चिकित्सकों की बाढ़ सी आ गयी है। बुधवार की शाम को भी स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी देवेश कुमार चौधरी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र के गाँव मानपुर उत्तरी में छापामार कार्रवाई की। लेकिन कार्रवाई की पूर्व सूचना के कारण झोलाछाप चिकित्सक क्लिनिक का ताला बंद कर फरार हो गए। जिससे स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई में कोई सफलता नहीं मिल सकी। हालांकि एक क्लिनिक पर छापेमारी के दौरान क्लिनिक तो खुला मिला लेकिन चिकित्सक टीम को देखकर मौके से फरार हो गया। जिसपर स्वास्थ विभाग की टीम अपंजीकृत चिकित्सक के क्लिनिक के खिलाफ बिना किसी कार्रवाई के बैरंग लौट गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अपंजीकृत क्लिनिक पर कोई कार्रवाई ना किये जाने पर मामला नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। नोडल अधिकारी दिवेश कुमार चौधरी ने बताया की अपंजीकृत चिकित्सक के कार्रवाई जारी है!
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