झोलाछाप अस्पताल में प्रसव के दौरान दो नवजात शिशुओं की मौत,मीडिया के हस्तक्षेप पर सीएमओ ने दिए कार्रवाई के निर्देश
वरुण जैन
स्वार। क्षेत्र के एक झोलाछाप चिकित्सक के अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला के दो जुड़वां नवजात शिशुओं की मौत हो गयी। नवजात शिशुओं की मौत पर अस्पताल में जमकर हंगामा शुरू हो गया। लेकिन कुछ दलालों ने हस्तक्षेप कर लेनदेन कर मामला रफादफा कर दिया। मीडिया द्वारा घटना की जानकारी मिलने पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जबकि झोलाछाप चिकित्सक अस्पताल बंद कर फरार हो गया।
गौरतलब हो कि नगर सहित क्षेत्र में गली मोहल्लों में फर्जी झोलाछाप अस्पताल व नर्सिंग होम खुले हुए हैं। जहाँ आय दिन झोलाछाप चिकित्सकों के इलाज से मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। फर्जी नर्सिंग होम सेंटरों की तो जैसे बाढ़ ही आ गयी है। गली मोहल्लों की छोटी छोटी दुकानों में नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। इन नर्सिंग होम में मोटी रकम लेकर भ्रूण हत्या को भी अंजाम दिया जाता है। फर्जी नर्सिंग होम व अस्पतालों के बेखौफ संचालन में स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त जरूर है। शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के एक साहब झोलाछाप चिकित्सकों के अस्पताल व नर्सिंग होम सील करने की कार्यवाही तो कर देते हैं। लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनके क्लीनिक दोबारा खुल जाते हैं। जिससे ये साफ प्रतीत होता है कि फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टरों की स्वास्थ्य विभाग में अच्छी पकड़ है। सोमवार को नगर के एक झोलाछाप चिकित्सक के यहाँ प्रसव के दौरान महिला के दो नवजात शिशुओं की मौत हो गयी। नवजात शिशुओं की मौत पर महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। जानकारी पर एक मीडियाकर्मी भी मौके पर पहुँच गए। हालांकि अस्पताल में मौजूद दलालों ने लेनदेन कर मामला भी निबटा दिया। लेकिन मीडिया की वजह से मामला जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी सुबोध कुमार शर्मा के सामने पहुँचा तो उन्होंने झोलाछाप चिकित्सक पर कार्यवाही के निर्देश जारी कर दिए हैं। अब देखना ये होगा कि स्वास्थ्य विभाग फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है।
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