यज्ञ एक विज्ञान है, वैदिक अनुसंधान है: आचार्य संजीव स्वरूप
गौरव जैन
रामपुर। आर्य समाज पट्टी टोला रामपुर के 122 में वार्षिकोत्सव के तीसरे दिन का कार्यक्रम प्रातः 8:00 बजे यज्ञ से प्रारंभ हुआ। यज्ञ में मुकेश राज रस्तोगी, डॉक्टर संजय रस्तोगी, मनोज कुमार आर्य, सुरभि रस्तोगी तथा रचित रस्तोगी यजमान रहे। यज्ञ के उपरांत सरस वेद कथावाचक आचार्य संजीव स्वरूप एवं पंडित मुकेश आर्य ने आरंभ की। " हे नाथ दयालु हो बस इतनी दया करना प्रभु जी सदा ही कृपा हम पर बनाए रखना "आदि अति सुंदर एवं भक्ति मय भजनों के द्वारा श्रोताओं को भावविभोर किया। आचार्य ने यज्ञ के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि यज्ञ एक विज्ञान है, वैदिक अनुसंधान है जो सभी के लिए लाभकारी होता है, वेदों के आधार पर दूसरों का अभिवादन नमस्ते कहकर दोनों हाथों को जोड़कर दिल के सामने लाकर किया जाता है। हाथ जोड़कर नमस्ते करना इस बात का प्रतीक है कि हम सबको परस्पर जुड़े रहना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विपिन शर्मा को स्मृति चिन्ह एवं सत्यार्थ प्रकाश की प्रति भेंट कर सम्मानित किया। अंत में प्रधान कमल कुमार आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का मंच संचालन प्रवीण आर्य ने किया। कार्यक्रम में मनोज कुमार आर्य, चक्षु आर्य एवम समस्त आर्य समाज के लोग उपस्थित रहे।
No comments