अवैध खनन की सूचना पर एसडीएम ने कोसी नदी के घाट पर की छापेमारी
वरुण जैन
अवैध खनन के मिले प्रमाण, पीएनसी घाट पर दौड़ते मिले वाहन
सूचना लीक होने की वजह से नहीं मिली कामयाबी
स्वार। कोसी नदी से अवैध खनन की सूचना पर एसडीएम ने पीएनसी घाट पर छापामार कार्रवाई की। अधिकारियों के चौकी क्षेत्र में आने की पूर्व सूचना पर खनन के धंधेबाजों में भगदड़ मच गई। खनन के धंधेबाज वाहनों को लेकर भागने लगे। अधिकारियों की गाड़ी जब तक उनके नजदीक पहुँचती तब तक खनन के धंधेबाज वाहनों को नदी के पार भगा ले गए। चौकी क्षेत्र में अधिकारियों के आने की पूर्व सूचना मिलते ही सभी खनन माफिया सक्रिय हो गए थे। अधिकारियों को छापामार कार्रवाई में कोसी नदी से अवैध खनन के प्रमाण तो मिले लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी।
कोतवाली क्षेत्र में कोसी नदी से अवैध खनन का सिलसिला अधिकारियों के लाख प्रयासों के बाद भी नहीं रुक पा रहा है। अधिकारियों के चौकी क्षेत्र में प्रवेश करने की जानकारी खनन के धंधेबाजों को पहले ही मिल जाती है। जिसका फायदा उठा खनन के वाहनों को नदी क्षेत्र से हटाकर नजदीक के स्टोन क्रशर या किसी फार्म पर खड़ा कर दिया जाता है। जिसके चलते अधिकारियों को कोई खास कामयाबी नहीं मिल पाती है।
अधिकारियों के हाथ कुछ बैलबुग्गियां ही हाथ लग पाती हैं या फिर कभी कुछ अवैध खनन भरे ओवरलोड वाहन। जिनको सीज कर दिया जाता है। कार्रवाई में छोटे कारोबारी के वाहन ही पकड़ में आते हैं। जबकि अवैध खनन के बड़े धंधेबाज अधिकारियों की पकड़ से बाहर रहते हैं। गुरुवार की सुबह जब उपजिलाधिकारी राकेश गुप्ता को जानकारी मिली कि मसवासी चौकी क्षेत्र में पीएनसी घाट पर अवैध खनन कर वाहनों से स्टोन क्रशरों पर डाला जा रहा है। जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी टीम सहित पीएनसी घाट पर पहुँचे तो उन्हें खनन के धंधेबाज अपने वाहनों को नदी के पार भागते दिखाई दिए। एसडीएम की छापामार कार्रवाई से खनन के धंधेबाजों में हड़कंप तो मच गया। लेकिन अधिकारियों के चौकी क्षेत्र में आने की पूर्व जानकारी के चलते कोई कामयाबी नहीं मिल सकी।
चौकी प्रभारी लाइन हाजिर फिर भी खनन के धंधेबाजों को मिल रहा संरक्षण
चौकी के एक चर्चित सिपाही की खनन धंधेबाजों से साँठगाँठ की भी है चर्चा
अवैध खनन में लापरवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने पहले भी एक सिपाही को निलंबित किया था। उसके बाद हाल ही में मसवासी चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार नेहवाल को लाइन हाजिर किया है। चौकी प्रभारी पर कार्रवाई के बाद भी खनन के धंधेबाजों को पुलिस का संरक्षण मिल रहा है। जिसके चलते कोसी नदी पर खनन के धंधेबाज अभी भी बुलंद हैं। हालांकि नवीन चौकी प्रभारी अमरसेन ने अवैध खनन को लेकर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। फिलहाल अभी शायद वे चौकी क्षेत्र की गतिविधियों से पूर्णतया वाकिफ नहीं हो पाए हों। लेकिन चौकी पर पहले से तैनात सिपाही की भूमिका को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। खनन के धंधेबाजों के चौकी पुलिस के चर्चित सिपाही से अच्छी साँठगाँठ की चर्चा जोरों पर चल रही है। बताया जा रहा है कि वह सिपाही अपनी अधिकतर डयूटी नदी क्षेत्र के आसपास ही करता है। खनन के धंधेबाजों को फोन से सम्पर्क कर एंट्री फीस वसूली जाती है। सिपाही के कोतवाली में अच्छे मामले बताए जाते हैं। जिससे सिपाही को अधिकारियों के लोकेशन की जानकारी रहती है। अधिकारियों के आने की जानकारी खनन के धंधेबाजों को पहले ही दे देता है। जिससे धंधेबाज अपने अवैध खनन से भरे वाहनों को अधिकारियों की पकड़ से दूर ले जाते हैं।
अवैध खनन भरे वाहनों के साथ पकड़े गए धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई से कतराती है पुलिस
सख्त कार्रवाई ना होना से भी बुलंद हैं हौसले
अवैध खनन को लेकर प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई करने में लगा है। फिर भी अवैध खनन का धंधा जोरों पर है। अधिकारी अवैध खनन से भरे वाहनों को तो पकड़ लेते हैं। लेकिन ये एक बहुत बड़ा ताज्जुब है कि खनन के धंधेबाज हमेशा वाहन छोड़कर भागने में सफल रहते हैं। कभी कभार खनन के धंधेबाज अवैध खनन भरे वाहनों के साथ पकड़े भी जाते हैं तो पुलिस उनके खिलाफ मामूली धाराओं में या बिना कार्रवाई के छोड़ देती है। जिसके चलते खनन धंधेबाजों के हौसले बुलंदी पर हैं।
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