सगा भतीजा ही निकला चाचा का कातिल,संपत्ति बटवारे को लेकर चल रहा था विवाद
वरुण जैन
स्वार। कोतवाली क्षेत्र की मसवासी चौकी के गाँव मे पाँच दिन पूर्व घर के पास घेर में सो रहे युवक की अज्ञात हमलावरों ने निर्मम हत्या की घटना को अंजाम दिया था। कोतवाली पुलिस ने पाँच दिनों में ही घटना का खुलासा कर दिया। युवक की हत्या उसके सगे भतीजे को गिरफ्तार किया गया है। जिसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पाटल भी पुलिस ने बरामद कर ली है। हत्या की वजह संपत्ति का बटवारा बताया गया है।
गौरतलब हो कि क्षेत्र के उपनगर की मसवासी चौकी के गाँव सीतारामपुर में बीती 12 जुलाई को घर के पास घेर में गांव निवासी कन्हैयालाल पुत्र गिरवाल सैनी अपने परिवार के साथ सो रहा था। देर रात अज्ञात हमलावर ने धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी थी। घटना की जानकारी पर पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम घटनास्थल पर पहुँचकर कोतवाली पुलिस को घटना का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सहायक पुलिस अधीक्षक सत्ययजीत गुप्ता के मार्गदर्शन में कोतवाली प्रभारी रूम सिंह वघेल हत्या की घटना के खुलासे के लिए टीम गठित कर खोजबीन में लग गए। पुलिस टीम हर एंगल से मामले की जाँच में जुट गई। जाँच के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि मृतक युवक का उसके भाई भतीजे से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस ने युवक के भतीजे सचिन पुत्र लाल बहादुर को मसवासी चौराहे से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। गिरफ्तार युवक सचिन ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ मोरादाबाद में एक आढ़ती के यहाँ रहते थे। लॉक डाउन के बाद जब गाँव बापस लौटे तो देखा कि उसके चाचा कन्हैयालाल ने एक खेत चकरोड की साइड से बिना सही बटवारे के जोत लिया था। जिसको लेकर दोनों का झगड़ा हुआ था। जिसपर गुस्से में उसने अपने चाचा कन्हैयालाल की। हत्या कर दी। सचिन की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पाटल भी कोसी नदी के पास चौहद्दा गांव से बरामद की गई। मामले की जानकारी पर कोतवाली प्रभारी रूम सिंह वघेल ने बताया कि गिरफ्तार युवक सचिन सैनी को उसके चाचा कन्हैयालाल की हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया गया है। युवक की हत्या की घटना के खुलासे में लगी टीम में प्रभारी निरीक्षक रूम सिंह वघेल के साथ वरिष्ठ उपनिरीक्षक अमरीश कुमार, कांस्टेबल हरपाल भाटी, गोपाल सिंह, विक्की देओल,राजकुमार आदि शामिल रहे।
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