Header Ads

सबसे तेज खबर

पुलिस व राजस्व कर्मियों की निगरानी के बावजूद भी बेखौफ गुजरते हैं अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहन

वरुण जैन

स्वार। पुलिस और राजस्व कर्मियों की निगरानी के बावजूद भी अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहन मुख्य मार्गों पर बेखौफ दौड़ रहे हैं। अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहनों को रोकने की निगरानी बेअसर साबित हो गई है। दोनों विभागों की मौजूदगी में खनन के ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से गुजर रहे हैं। पट्टीकला की ओर से आने वाले रेत के तमाम ओवरलोड वाहन मसवासी चौकी के सामने से मुरादाबाद तिराहे से होकर अपने गंतव्य को पहुंचते हैं। यहां अवैध खनन व ओवरलोड वाहनों की रोकथाम के लिए लेखपाल और पुलिसकर्मियों की प्रतिदिन ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। दोनों विभागों के पहरा देने के बाद भी उनकी मौजूदगी में खनन के ओवरलोड वाहन यहां से धड़ल्ले से गुजर रहे हैं। मजेदार बात यह है की खनन के धंधेबाज भी इस तिराहे पर जमवाड़ा लगा लेते हैं। धंधेबाज लेखपाल समेत पुलिस कर्मियों से साजबाज हो जाते हैं और अपने खनन से भरे ओवरलोड ट्रक और डंपर को पास कराने में कामयाब हो जाते हैं।  खनन से भरे ओवरलोड ट्रक डंपर धड़ल्ले से दौड़ने की शिकायत करने के बाद भी स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। जिससे उनकी भूमिका संदिग्ध बनी हुई है। क्षेत्र में चर्चा है कि राजस्वकर्मी व ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों की खनन धंधेबाजों से साजबाज रहती है। जिसके चलते अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहनों को बिना रोके जाने दिया जाता है। साजबाज का आलम यह है की रेत के ओवरलोड ट्रकों की रॉयल्टी भी चैक नहीं की जाती है। अधिकतर खनन के वाहन फर्जी रॉयल्टी से ही चलाए जाते हैं। वहीं इस मामले को लेकर कोतवाल रूम सिंह वघेल ने बताया की खनन से भरे ओवरलोड वाहनों की रॉयल्टी चैक करने की जिम्मेदारी राजस्व कर्मियों को सौंपी गई है। पुलिस सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहती है।

No comments

Powered by Blogger.