रामपुर की अवाम को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना शहर का नेतृत्व करने वाला कोई नही: राहेला खान
फ़राज़ कलीम खान
रामपुर। सोशलिस्ट राहेला खान ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि शहर में लोग नेता गिरी सिर्फ़ अपने आपको जनवाने एवं फ़ोटो में आने के लिए करते है लेक़िन आमजन को हो रही परेशानियों की फ़िक़्र किसी नेता को नही है।बिजली विभाग आये दिन चेकिंग अभियान के नाम पर जनता का बराबर शोषण कर रहा हैं।
बिजली की उस वक़्त ख़ासकर बन्द की जाती जब पानी की सप्लाई का वक़्त होता है जिसके कारण जनता को पानी तक नही मिल पाता हैं। हमारे शहर रामपूर के लोग सफ़ेद कुर्ता पैजामा पहन गली गली मोहल्ले मोहल्लों शान बनाये फ़िरते हैं या ग़ांधी समाधी पर कोई बड़ा नेता मर जाये तो मोमबत्ती जलाने एवं श्रद्धांजलि देने के लिए दिख जाते हैं। रहनुमाई का दावा करने वाले नेता जब इलेक्शन में खड़े होते होते है तो अपनी ज़मानत तक नही बचा पाते हैं यह एक कड़वी सच्चाई है।
एनआरसी ने नाम पर भी सबने खूब वाह वाही लूटी चाहे मौलाना हो या नेता , सब गए रहनुमा बन कर बात बनाने लेकिन किसी एक का भी नाम नही निकलवा पाए आखिर बेगुनाहों को जाना जेल ही पड़ा रहा है। राहेला खान कहा कि 21/12 को हुए विरुद्ध एनआरसी में कार्यवाही हुई उसमे भूमिका इन मौलानाओं की भी है षड्यंत्र उन्होंने ही रचा था उनके ही कहने पर अवाम घरो से निकली थी खुद बन्द कमरों में बैठ कर बयान कर रहे थे। उधर शहर जल रहा था , जनता पीट रहीं थीं उधर यह घरों में बैठकर घिनोनी राजनीति कर रहे थे। 120बी 124ए की कार्यवाही इनके विरुद्ध भी होना चाहिए थी जितने लोगो विरुद्ध एफआईआर हुई है उन सबके ज़िम्मेदारी शहर के ज़िम्मेदार मौलाना ही हैं।
राहेला ने कहा कि कोरोना महामारी से लोग बुरी तरह टूट गए है कारोबार ख़त्म हो चुका है इसकी कोई आवाज़ उठाने वाला नही हैं बिजली चेकिंग, वाहन चेकिंग करके सिर्फ़ जनता को परेशान ही किया जा रहा है।
No comments