जीव जन्तुओं के संरक्षण का संदेश देता है नागपंचमी का पर्वः नन्दी
गौरव जैन
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री एवं प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के विधायक नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने प्रयागराजवासियों को नाग पंचमी एवं गुड़िया पर्व की शुभकामनाएं दी। मंत्री नन्दी ने कहा कि नागपंचमी का पावन पर्व भगवान भोलेनाथ की आराधना एवं उपासना के साथ ही जीव जन्तुओं के संरक्षण का भी संदेश देता है। मंत्री नन्दी ने कहा कि हिन्दू धर्म में प्रकृति पूजा का विशेष स्थान है। जीवों को संरक्षण देने के ध्येय से ही गौ पूजा, नाग पूजा, नन्दी पूजा, गरूण पूजा आदि का विधान है। भगवान शिव के हाथों में सर्पों का कंगन, गले में सर्पों की माला, जटा के उपर सर्प की कलगी यह दर्शाते हैं कि सर्प भगवान शिव को कितने प्रिय हैं। ऐसे सर्पों की न केवल पूजा बल्कि इनके संरक्षण का भी संकल्प हमें लेना चाहिए। जीवों को महत्व प्रदान करने के लिए ही भगवान श्री गणेश ने मूसक, भगवान श्री विष्णु ने गरूण, कार्तिक ने मोर, मां दुर्गा ने शेर, भगवान भोलेनाथ ने नन्दी को अपना वाहन बनाया। अगर पशुओं को भगवान के साथ नहीं जोड़ा जाता तो शायद पशु के प्रति हिंसा का व्यवहार और ज्यादा होता। भारतीय मनीषियों ने प्रकृति और उसमें रहने वाले जीवों की रक्षा का एक संदेश दिया है। हर पशु किसी न किसी भगवान का प्रतिनिधि है, उनका वाहन है, इसलिए इनकी हिंसा नहीं करनी चाहिए।
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